Thursday, April 17, 2014

बस आपही की आँखों के लिए

ये जिंदगी बस युंहि गुजर जाती
अगर आपकी आखों में थोडीसी जगह मिल जाती
युंह तो जिंदगी जीने के हजार बहाने मिल जाते
पर खुश रहने कि एक वजह मिल जाती

इस मुल्क में दो झीलें हैं, पानी बहुत साफ है, रंग नीला है,
नीला तो आसमान होता है, और इसी में तो मेरा जहiन मुकम्मल होता है

युंह तो वक़्त भी वक़्त के लिए नही ठहरता,
अभी कल ही मिले थे हम, आज बरसो हो गये
तुम्हारी आखों में खुद वक़्त भी अपनी राह भटक जाता है,
बुलंद है मेरी तक़दीर कि मेरा वक़्त मुझे यहिं मिल जाता है

सात समुन्दरों की मस्ती है इन आंखों में,
एक मैं ही हुँ दिवाना हजारों मस्तानों में
इस समुद्र की गहराई मापने के लिए डूब गया एक बार
तबसे बस तैर ही रहा हुँ उन जज़ीरों के अफसानों में

मुस्कानें झूठी हो सकती हैं, पर सच बोलती है ये आंखें
दिल की धड़कन को बढ़ा कर, दिवाना बना देती है ये आंखें,
युंह तो आवारा बादल भी चांद के इश्क का भी मोहताज नही होता,

पर उसी आवारा बादल में प्यार का ईमान जगा देती ये आंखें 

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